International Journal of Veterinary Sciences and Animal Husbandry
Vol. 1, Issue 3, Part A (2016)
उच्च दुग्ध उत्पादन हेतु संकर नस्ल के पशुओं का समुचित प्रबंधन
Author(s): डा. उत्कर्ष कुमार त्रिपाठी, डा. प्रसांता बोरो, डा. अनुराधा कुमारी, डा. दुर्गेश मुरारी गोल्हेर एव डा. रमादेवी निम्मनापल्ली
Abstract: १९वीं पशु गणना के अनुसार देसी पशुओं की तुलना में संकर एवं विदेशी नस्ल के पशुओं की संख्यां लगातार बढती जा रही है। दुग्ध उत्पादन की कुल हिस्सेदारी में भी संकर नस्ल के पशुओं की हिस्सेदारी (२५ प्रतिशत) देसी पशुओं (२०प्रतिशत) की तुलना में ज्यादा है । २०१२-१३ में दुग्ध उत्पादन १३२.४ मिलियन टन रही जो कि ४ प्रतिशत की वृद्धि दर अंकित करते हुए २०१३-१४ में यह १३७.७ मिलियन टन हो गयी और उसके उपरांत यह सतत वृद्धि पर आगे बढ़ रही है। भारत की बढती जनसंख्याँ को देखते हुए एवं हमें २०२० तक की अपेक्षित मांग को पूरा करने के लिए संकर नस्ल के पशुओं पर ध्यान देने की अत्यधिक आवश्यकता है। चूँकि संकर नस्ल के पशुओं का अनुकूलन उनके मूल स्थान यानि ठण्डे प्रदेशों के अनुसार होता है। अतः उनकी आवास, पोषण एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी विशेष आवश्यकताओं को पूर्ण करना उनसे उचित उत्पादकता प्राप्त करने के लिए अति आवश्यक हो जाता है।
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डा. उत्कर्ष कुमार त्रिपाठी, डा. प्रसांता बोरो, डा. अनुराधा कुमारी, डा. दुर्गेश मुरारी गोल्हेर एव डा. रमादेवी निम्मनापल्ली. उच्च दुग्ध उत्पादन हेतु संकर नस्ल के पशुओं का समुचित प्रबंधन. Int J Vet Sci Anim Husbandry 2016;1(3):17-18.